Jan 9, 2024
जिन्होंने लड़ी राम मंदिर की लड़ाई, उन्हें क्यों कहते हैं 'कार सेवक'... कभी सोचा है?
प्रांजुल श्रीवास्तवअयोध्या के भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को 'रामलला' की प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी।
राम मंदिर के साथ ही एक शब्द भी ट्रेंड करने लगा है, वो है 'कार सेवक'।
अक्सर आपने राम मंदिर आंदोलन के साथ ही यह शब्द (कार सेवक) सुना होगा।
आपने कभी सोचा है कि राम मंदिर के आंदोलनकारियों को कार सेवक ही क्यों कहते हैं?
आपको बता दें कि पहली बार इस शब्द का इस्तेमाल 1990 में 23 जून को किया गया था।
जब किसी धार्मिक कार्य को निस्वार्थ भावना से किए जाते हैं तो उसे 'कार सेवा' कहते हैं।
कार का अर्थ होता है- 'कर' यानी 'हाथ' और सेवक का मतलब है- 'सेवा करने वाला'।
अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराया गया तो बहुत से लोगों वहां निस्वार्थ भाव से पहुंचे थे।
इसलिए इन्हें कार सेवक कहा गया। हालांकि, इसे सिर्फ राम मंदिर आंदोलन से नहीं जोड़ा जा सकता।
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