क्या है हलाल और झटका में अंतर, इस्लाम में किसकी है मनाही

शिशुपाल कुमार

Jan 8, 2023

क्या है हलाल गोश्त

जानवर को खास तरह से मारने को एक हलाल प्रक्रिया कहा जाता है। इसके तहत जानवर के गर्दन की नस और सांस लेने वाली नली काटी जाती है।

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पढ़ी जाती हैं कुरान की कुछ आयतें

इस दौरान कुरान की कुछ आयतें भी पढ़ी जाती हैं। इस तरह से जानवर को मारने से उसके जिस्म का सारा खून निकल जाता है। इसे जिब्ह करना भी कहा जाता है।

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झटका क्या होता है?

किसी भी जानवर की गर्दन को धारदार हथियार से एक बार में ही काट देने को झटका कहा जाता है।

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झटका में दर्द नहीं

माना जाता है कि इसमें जानवर को ज्यादा दर्द नहीं होता क्योंकि इसमें एक ही झटके में जानवर मर जाता है।

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क्यों खाया जाता है हलाल

कुछ इस्लामिक गुरू के मुताबिक किसी भी जानवर के खून में बीमारी रहती है। इसलिए जानवर को हलाल करते वक्त उसका खून बहाना जरूरी है।

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हलाल में पूरा खून खत्म

यूं तो झटके से जानवर को मारने से खून बहता है लेकिन हलाल करने से जानवर के जिस्म से पूरी तरह से खून निकल जाता है।

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झटके की खासियत

कहा जाता है कि झटका में जानवरों को मारने से पहले उनके दिमाग को शून्य कर दिया जाता है ताकि उसे दर्द का एहसास न हो।

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जानवरों को दर्द

हलाल की प्रक्रिया में जानवर को धीरे धीरे मारा जाता है ताकि उसके शरीर का पूरा खून निकल जाए। हलाल प्रक्रिया में जानवरों को काफी दर्द पहुंचता है।

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धर्मों की मान्यता

मुसलमान हलाल मांस की प्रथा का पालन करते हैं। जबकि वहीं सिख समुदाय झटका पसंद करते हैं।

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