Oct 19, 2023

रमण प्रभाव क्या है? भारत के इस वैज्ञानिक को मिला था नोबेल पुरस्कार

Ramanuj Singh

​प्रकाश के प्रकीर्णन के लिए सर सीवी रमण को 1930 में मिला नोबेल पुरस्कार​

प्रकाश के प्रकीर्णन पर काम करने के लिए सर सीवी रमण को 1930 में नोबेल पुरस्कार दिया गया था।

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उनके नाम पर ही पड़ा उनके अविष्कार का नाम

सीवी रमण का आविष्कार उनके नाम पर ही रमण प्रभाव के नाम से जाना जाता है।

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​​फोटोन कणों के बारे में है रमण प्रभाव​

रमण प्रभाव फोटोन कणों के लचीले वितरण के बारे में है।

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​​पारदर्शी माध्यम से निकलने पर प्रकाश के स्वाभाव में परिवर्तन होता है​

रमण प्रभाव के मुताबिक प्रकाश की प्रकृति और स्वाभाव में तब परिवर्तन होता है, जब वह किसी पारदर्शी माध्यम से निकलता है।

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इस वजह से प्रकाश की प्रकृति में बदलाव होता है

यह घटना तब होती है जब माध्यम के अणु प्रकाश ऊर्जा के कणों को फैला देती है।

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रमण प्रभाव में ठोस, तरल या गैस के अणु शामिल हैं

यानी रमण प्रभाव में ठोस पदार्थों, तरल पदार्थों या गैस के अणुओं द्वारा प्रकाश का प्रकीर्णन शामिल है।

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​​प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण ही आकाश का रंग नीला, लाल दिखाई देता है​

​आकाश का रंग नीला और सूर्योदय या सूर्यास्त के समय सूर्य का रंग लाल प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण होता है।​

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​ रमण रेखाएं मूल तरेंगदैध्य वाले प्रकाश से कमजोर होती है​

प्रकीर्णन प्रकाश में रमण रेखाएं मूल तरेंगदैध्य वाले प्रकाश से कमजोर होती है।

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सीवी रमण को 1954 में मिला नोबेल पुरस्कार

विज्ञान के क्षेत्र में अमूल्य योगदान के लिए सीवी रमण को 1954 में भारत रत्न से नवाजा गया था।

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