Ravi Vaish
Feb 4, 2024
भारतीय नौसेना की ताकत में बढ़ोत्तरी हो गई है, सर्विलांस शिप आईएनएस संधायक (INS Sandhayak) नौसेना में शामिल हो गया है।
Credit: Social-Media
आईएनएस संध्याक पूर्ववर्ती संधायक से अपने वर्तमान अवतार में अवतरित हुआ है, जिसे 2021 में सेवामुक्त कर दिया गया था।
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INS संधायक का पुराना वर्जन 1981 से 2021 तक इंडियन नेवी का हिस्सा रहा जिसे पिछले साल जून 2021 को रिटायर कर दिया गया।
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INS Sandhayak की रेंज की बात करें तो ये करीब 11 हजार किलोमीटर की इसकी रेंज है।
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जहाज का वजन 3400 टन है और लंबाई 288.1 फीट वहीं यह 80 फीसदी स्वदेशी है समुंदर में इसकी स्पीड 30 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
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वहीं आईएनएस संध्याक बोफोर्स गन और चेतक हेलिकॉप्टर से लैस है जिससे इसकी मारक क्षमता और बढ़ जाती है।
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INS संधायक ने स्वदेशी शार्क के रूप में अपनी पहचान बनाई है यह समुद्री रास्तों पर होने वाली गतिविधियों पर नजर रखने में सक्षम है।
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यानी यह कहा जा सकता है कि INS संधायक के भारतीय नौसेना में शामिल होने से समुद्री डाकुओं की खैर नहीं उससे बखूबी निपटने में ये सक्षम है।
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संधायक शिप का मुख्य काम सर्वे और नेविगेशन को बेहतर बनाना है समुद्र की गहराई में हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण करके खास जानकारियां देगा।
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