हरियाणा में कभी बहती थी ये पवित्र नदी, अब नहीं पता!
Ravi Vaish
नदियां हैं आस्था और विश्वास की प्रतीक
भारत में ढेर सारी नदियां हैं उसमें से कई एक आस्था और विश्वास की प्रतीक हैं
Credit: canva
भारत में बहती हैं ये अहम नदियां
भारत में गंगा, यमुना, गोदावरी, कृष्णा और नर्मदा, महानदी और सिंधु जैसी अहम नदियां हैं
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हरियाणा में सरस्वती नदी
हरियाणा की बात करें तो सरस्वती नदी यहां बहती थी, पर समय बीतने के साथ-साथ ये विलुप्त होती चली गई
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समय के साथ अब यह विलुप्त हो गई
सरस्वती नदी हरियाणा की एक विलुप्त नदी है कभी ये प्राचीन काल में एक महत्वपूर्ण नदी थी पर इसका जल प्रवाह बहुत कम रह गया है
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आदिबद्री नामक स्थान से निकलती थी
महाभारत में मिले वर्णन की मानें तो यह नदी हरियाणा के यमुनानगर से थोड़ा ऊपर और शिवालिक पहाड़ियों से थोड़ा नीचे आदिबद्री नामक स्थान से निकलती थी
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तालाब या झीलें अर्धचंद्राकार रूप में
कई सालों पहले सरस्वती नदी विलुप्त हो गई बताते हैं कि जब नदी सूखती है तो जहां-जहां पानी गहरा होता है, वहां-वहां तालाब या झीलें रह जाती हैं जो अर्धचंद्राकार रूप में होती हैं ऐसा वहां है भी
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घग्घर नदी और लूनी नदी
बताते हैं कि सरस्वती नदी के लुप्त होने के बाद, घग्घर नदी और लूनी नदी इसी नदी के प्रवाह मार्ग से होकर बहती हैं
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सरस्वती नदी को पुनर्जीवित करने के प्रयास
सरस्वती नदी को पुनर्जीवित करने के लिए हरियाणा सरकार कई योजनाएं बना रही है और उनपर काम भी चल रहा है
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तो हरियाणा में सरस्वती की जलधारा 198 किलोमीटर बहेगी
अगर ऐसा सही से हो गया तो हरियाणा में सरस्वती की जलधारा 198 किलोमीटर बहेगी, आदिबद्री से शुरू होकर पवित्र नदी कुरुक्षेत्र, कैथल से होते हुए पंजाब के पटियाला में घग्गर नदी में मिलेगी
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आदिबद्री बांध निर्माण
आदिबद्री बांध निर्माण को लेकर हरियाणा और हिमाचल सरकार के बीच समझौता हुआ है जिससे सरस्वती नदी को पुनर्जीवित करने के प्रयास को बल मिलेगा
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