Feb 7, 2024

गायब हो गए भारत के ये सबसे बड़े खजाने, आज तक नहीं सुलझा रहस्य

Amit Mandal

खजानों का रहस्य

भारत में कई रहस्यमयी खजाने मौजूद हैं लेकिन इन खजानों का आज तक पता ही नहीं चला है। इन्हें तलाशने की हजारों कोशिशें की गईं, लेकिन अब तक किसी को कामयाबी नहीं मिली।

Credit: Twitter/Social-Media

नादिर शाह का खजाना

साल 1739 में नादिर शाह ने दिल्ली पर हमला बोला था कब्जा कर लिया था। नादिर शाह ने दिल्ली को और मयूर तख्त और कोहिनूर के अलावा उसने बड़ी मात्रा में सोना-जवाहरात भी लूटकर ले गया।

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सेना के अधिकारियों ने खजाना छिपाया

बताया जाता है कि जंग के कारण नादिर शाह इस खजाने पर ध्यान नहीं दे पाया। लौटते वक्त नादिर शाह की सेना के अधिकारियों ने खजाने के एक बड़े हिस्से को छिपाकर रख दिया जिसका आज तक पता नहीं चला।

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मानसिंह प्रथम का खजाना

मानसिंह प्रथम के रहस्यमयी खजाना भी आज तक नहीं मिल पाया है। अकबर की सेना के सेनापति और जयपुर के पूर्व शासक मानसिंह प्रथम मोहम्मद गजनी का खजाना लेकर हिंदुस्तान आए थे।

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​जयगढ़ किले में छिपाया खजाना​

कहते हैं कि उन्होंने अफगानिस्तान से 1580 के दशक में लाए इस खजाने को जयगढ़ किले में छिपाकर रख दिया था, इमरजेंसी में इंदिरा गांधी ने इसे खोदने का निर्देश दिया, लेकन कुछ नहीं मिला।

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सोन भंडार की गुफाओं का खजाना

माना जाता है कि बिहार के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल राजगीर में सोन भंडार की गुफाओं में रहस्यमयी खजाना है। गुफा में एक रहस्यमयी दरवाजा है, लेकिन इसे कोई खोल नहीं पाया।

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गोलकुंडा सुरंग में खजाना

कहते हैं कि हैदारबाद में स्थित चारमीनार और गोलकुंडा किले को जोड़ने वाली सुरंग में खजाना छिपा हुआ है। सुल्तान मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने इस सुरंग को बनवाया था। खजाना आज तक नहीं मिल पाया है।

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कृष्णा नदी के तट पर हीरे ही हीरे

आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर दुनिया के बेहतरीन हीरे मिले थे। कहते हैं कि इस जगह पर हीरे की खान है। अभी तक इसे पूरी तरह खोजा नहीं जा सका है।

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