Jan 7, 2023
जोशीमठ में लगातार हालात विकट होते जा रहे हैं और जमीन तथा लोगों के घरों की दीवारों से पानी निकलने लगा है।
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जोशीमठ में भू धंसाव के चलते 600 से अधिक परिवारों के अस्तित्व पर संकट आ गया है। जन जीवन पर मंड़राते संकट के बीच लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पुनर्वास किया जा रहा है।
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आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि कई घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गयी हैं और करीब 50 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है ।
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मारवाड़ी इलाका सबसे अधिक प्रभावित है, जहां तीन दिन पहले एक जलभृत फूटा था। क्षेत्र के कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि जलभृत से पानी का बहाव लगातार जारी है ।
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संकट से जूझ रहे लोगों ने कुछ दिन पहले मशाल जुलूस निकालकर सरकार से जल्द इस समस्या का समाधान करने की मांग की।
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‘चारधाम ऑल वेदर रोड' और एनटीपीसी की पनबिजली परियोजना जैसी बड़ी परियोजनाओं से संबंधित सभी निर्माण गतिविधियों को अगले आदेश तक रोक दिया गया है।
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जोशीमठ में कई होटल झुक गए हैं जबकि शुक्रवार शाम को ही एक मंदिर ढह गया था।
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जोशीमठ के कई घरों में लंबी-लंबी दरारें आ गई हैं जिसकी वजह से लोग पुश्तैनी घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।
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इस बीच, पुनर्वास की मांग को लेकर लोगों ने शुक्रवार को जोशीमठ के तहसील कार्यालय पर धरना दिया।
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