Nov 23, 2022

एकाएक सैनिटरी नैपकीन की क्यों हो रही है चर्चा

ललित राय

सैनिटरी नैपकिन और माहवारी

माहवारी के दिनों में महिलाओं को तरह तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन दिक्कतों से निजात पाने के लिए महिलाएं सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन कुछ रिपोर्ट के मुताबिक नैपकिन सुरक्षित नहीं है।

Credit: iStock

भारत में बनने वाले सैनिटरी नैपकिन में जहर !

स्वीडेन की संस्था इंटरनेशनल पॉल्युटेंट्स इलिमिनेशन नेटवर्क टॉक्सिक लिंक नाम की संस्था के साथ जुड़कर भारत में बनने वाली सैनिटरी नैपकिन की जांच की और पाया कि उनमें कैंसर पैदा करने वाला जहर है।

Credit: BCCL

पहले भी उठ चुके हैं सवाल

सैनिटरी नैपकिन्स की गुणवत्ता को लेकर पहले भी सवाल उठाए जाते रहे हैं। हालांकि नैपकिन बनाने वाली कंपनियां इस तरह के आरोपों को नकारती हैं।

Credit: BCCL

पीरियड्स में करीब 7 पैड की जरूरत

पीरियड्स के दौरान करीब सात पैड्स सामान्य तौर पर इस्तेमाल में लाए जाते हैं, हालांकि यह अलग अलग महिलाओं की जरूरतों पर निर्भर करता है।

Credit: iStock

पीरियड्स में कमर दर्द की आम शिकायत

पीरियड्स के दौरान, कमर में दर्द, क्रैंप सामान्य शिकायत। हालांकि अगर परेशानी अधिक हो तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए

Credit: iStock

सैनिटरी नैपकीन के कम इस्तेमाल की सलाह

जरूरत से अधिक स्मेल,पर्यावरण को खतरा, स्किन की दिक्कत हो सकती है,इसके साथ ही दूसरी हेल्थ संबंधी दिक्कत जैसे कैंसर का खतरा हो सकता है।

Credit: iStock

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: गुजरात : BJP की महिला उम्मीदवार कितना करेंगी कमाल

ऐसी और स्टोरीज देखें