Nov 19, 2022
पुष्पम प्रिया चौधरी पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में काफी चर्चा में थी। पहले द प्लूरल्स नाम से अपनी पार्टी बनाई।
Credit: Twitter
बिहार के दरभंगा जिले की रहने वाली हैं। उनके पिता विनोद चौधरी जदयू नेता और पूर्व एमएलसी हैं। खुद की अपनी पार्टी बनाई। जिसका नाम 'द प्लूरल्स' रखा।
Credit: Twitter
विश्व प्रसिद्ध लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए की डिग्री लेकर लौटी है। प्लूरल्स पाटी की अध्यक्ष हैं।
Credit: Twitter
पुष्पम प्रिया चौधरी ने खुद को बिहार की मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया था। बिहार में जमीन पर उतरकर मेहनत भी कर रही थीं।
Credit: Twitter
उनकी पार्टी प्लूरल्स पार्टी का लोगो पंख लगा हुआ घोड़ा है। उन्होंने दावा किया था अगर उनकी सरकार बनती है तो बिहार भी पंख लगाकर विकास की रफ्तार पकड़ेगा। लेकिन वह विधानसभा चुनाव 2021 में कुछ खास नहीं कर पाईं। उनका दावा था कि उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो बिहार शिक्षा, कृषि, उद्योग और शहरीकरण में एक नई कहानी लिखेगा।
Credit: Twitter
पुष्पम प्रिया ने बिहार में जिले-जिले जाकर लोगों से मिल रही हैं। अपनी पार्टी को मजबूत कर रही हैं। बच्चों और लोगों से मिलने के बाद ट्वीट किया कि आज के बच्चे ज्यादा समझदार और आजाद सोच के बच्चे हैं। आज वे पूरे विश्व की जानकारी लेते हैं। ये बच्चे ही हमें, समाज को और देश को सही राह दिखाएंगे। हमारे पास चुनौती यह है कि हम उन्हें पहचान की राजनीति, वंशवाद और अशिक्षित नेतृत्व के गठजोड़ का शिकार न होने दें।
Credit: Twitter
पुष्पम प्रिया का कहना है कि मुझे बिहार को बदलना है। मैं थक कर न रुकने वाली नहीं हूं। मुझे तब तक थकावट नहीं होगी जब तक बिहार को नंबर वन न बना दूं।
Credit: Twitter
पुष्पम प्रिया समस्यों के खिलाफ लड़ाई में लोगों के साथ कंधे-कंधे मिलकर चल रही हैं।
Credit: Twitter
पुष्पम प्रिया ने हाल ही में ट्वीट किया कि हां, ये असली चरित्र है इन दोनों का! एक-दूसरे से लड़ो, फिर मिलो, फिर लड़ो, फिर मिलो…! 32 साल से बिहार की बर्बादी की असली तस्वीर! अब इनके चमचे कूदेंगे कि 1990 से पहले क्या बिहार जापान था? अरे, तो 1990 से पहले जो लूट रहे थे, उनसे ही तो मिल के ये बेशर्मों की तरह फोटो खिंचवा रहे!
Credit: Twitter
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स