उत्तराखंड के भयावह हादसे, एक झटके में 4 हजार ने गंवा दी जान

Jan 10, 2023

By: प्रशांत श्रीवास्तव

धंसता जा रहा है जोशीमठ

विकास की अंधाधुंध रेस का नतीजा एक बार फिर सामने आया है। प्राचीन शहर जोशीमठ धंस रहा है। 650 से ज्यादा घरों के लोगों को बेघर होना पडा है।

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केदारनाथ त्रासदी

साल 2013 में केदारनाथ में झील से आई बाढ़ की वजह से 4400 से ज्यादा लोग मारे गए थे। यह राज्य की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक थी।

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ऋृषि गंगा बाढ़

चमोली जिले के तपोवन एरिया में ग्लेशियर फटने से 200 से ज्यादा लोग मारे गए थे।

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माल्पा भूस्खलन

पिथौरागढ़ जिले का माल्पा गांव 1998 में तबाह हो गया था। इसमें 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इसमें अभिनेता कबीर बेदी की पत्नी और प्रसिद्ध नृत्यांगना प्रतिमा बेदी की भी मौत हो गई थी।

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चमोली में भूकंप

साल 1999 में चमोली में आया भूकंप राज्य की बड़ी त्रासदियों में से एक हैं, इसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।

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उत्तरकाशी भूकंप

साल 1991 में उत्तर काशी में आया भूकंप भी काफी भयावह था। इसमें 768 लोगों की मौत हो गई थी।

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हिमालय बेहद संवेदनशील

हिमालय बेहद संवेदनशील क्षेत्र हैं, ऐसे में यहां पर प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बना रहता है।

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