Jul 30, 2023

​खुले आसमान में खड़ा है लौह स्तंभ, 1600 साल हो गए, नहीं लगी जंग, रहस्य जानकर होंगे हैरान

Ramanuj Singh

चंद्रगुप्त विक्रमादित्य की याद में बनवाया गया था लौह स्तंभ

लौह स्तंभ का निर्माण गुप्त वंश के राजा चंद्रगुप्त विक्रमादित्य की याद में करवाया गया। चंद्रगुप्त विक्रमादित्य बेटे और गुप्त वंश के अगले राज कुमारगुप्त ने लौह स्तंभ बनवाया।

Credit: commons-wikimedia

गुप्त वंश के राजा कुमारगुप्त ने ​करवाया था निर्माण

गुप्त वंश के राजा कुमारगुप्त ने 413 ईसवी से 455 ईसवी तक राज किया था। तो स्पष्ट है इसका निर्माण इसी काल में हुआ होगा।

Credit: commons-wikimedia

1050 ईसवी में मध्य प्रदेश से दिल्ली लाया गया

मध्य प्रदेश के उदयगिरी के पास विष्णुपद पहाड़ी के ऊपर बनवाया था। 1050 ईसवी में इसे दिल्ली के शासक अनंगपाल ने दिल्ली लाकर खड़ा किया। यह कुतुब मीनार के पास है।

Credit: commons-wikimedia

लौह स्तंभ की उंचाई 23 फुट 8 इंच है

लौह स्तंभ की ऊंचाई 7.21 मीटर यानी 23 फुट 8 इंच है। जमीन के भीतर 3 फुट 8 इंच गड़ा हुआ है। लौह स्तंभ का व्यास 17 इंच है। ऊपर का व्यास 12 इंच है। ऊपर जाते-जाते यह पतला होता गया।

Credit: commons-wikimedia

लोहे के 30 टुकड़ों से जुड़ा है लौह स्तंभ

लौह स्तंभ का निर्माण गर्म लोहे को जोड़ने से हुआ। इसमें 30 टुकड़ों को जोड़ा गया।

Credit: commons-wikimedia

लौह स्तंभ में एक जोड़ दिखाई नहीं देता

आश्चर्य की बात यह है कि लौह स्तंभ में 30 टुकड़ों को जोड़कर बनाने के बाद भी इसमें एक भी जोड़ कहीं दिखाई नहीं देता।

Credit: commons-wikimedia

1600 साल पहले की टैक्नोलॉजी से हैरान हैं वैज्ञानिक

वैज्ञानिकों को 1600 साल पहले गर्म लोहे के टुकड़ों को जोड़ने की टैक्नोलॉजी हैरान कर रही हैं।

Credit: commons-wikimedia

रिसर्च ने खोला जंग नहीं लगने का रहस्य

आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक आर बालासुब्रमन्यम ने रिसर्च से पता लगाया कि इस लौह स्तंभ पर हाईड्रोजन और आक्सीजन की पतली परत है, जो जंग लगने से इसे बचा रखा है।

Credit: commons-wikimedia

फास्फोरस के इस्तेमाल से भी है अधिक सुरक्षित

वैज्ञानिक ने कहा कि लौह स्तंभ में फास्फोरस की मात्रा ज्यादा है जिससे भी यह काफी सुरक्षित है।

Credit: commons-wikimedia

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: पूर्वोत्तर के इन राज्यों को क्यों कहते हैं 7 बहनें ? ये प्रदेश हैं शामिल

ऐसी और स्टोरीज देखें