कितना वजन, किस तरह के पहिए...चंद्रमा पर क्या-क्या करेगा प्रज्ञान रोवर
Amit Mandal
प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर
चंद्रयान-3 के मुख्य घटक हैं - प्रज्ञान रोवर, विक्रम लैंडर। दोनों के तालमेल से ही भारत इतिहास रचेगा।
Credit: ISRO
प्रज्ञान का अर्थ 'बुद्धि'
संस्कृत में प्रज्ञान का अर्थ 'बुद्धि' है और यह एक रोवर है। यह एक रोबोटिक वाहन है जो 6 पहियों के साथ चंद्रमा की सतह पर चलेगा और इसे तिरंगे के रंग में रंगा गया है।
Credit: ISRO
प्रज्ञान रोवर में 6 पहिए
प्रज्ञान रोवर में 6 पहिए हैं, हर एक की अपनी अलग मोटर है। दो आगे और दो पीछे के पहियों में अलग-अलग स्टीयरिंग मोटर भी हैं। यह स्टीयरिंग क्षमता वाहन को अपनी जगह पर पूरे 360 डिग्री तक मुड़ने की अनुमति देती है।
Credit: ISRO
भार सहने के लिए लचीले पहिए
पहिए लगभग 20 इंच (50 सेमी) व्यास के धातु से बने हैं, और कर्षण बढ़ाने व भार को अवशोषित करने के लिए लचीले बनाए गए हैं।
Credit: ISRO
वजन 27 किलोग्राम
प्रज्ञान रोवर का वजन 27 किलोग्राम है, और इस मिशन को पूरा करने के लिए इसका भारी होना जरूरी है।
Credit: ISRO
14 दिन रहेगा
यह चांद पर एक चंद्र दिवस यानी पृथ्वी के 14 दिनों की अवधि तक वैज्ञानिक अध्ययन, डेटा कलेक्शन जैसे अपने कामों को अंजाम देगा।
Credit: ISRO
सौर उर्जा से संचालित
चंद्रमा की सतह का अध्ययन करने के लिए यह रोवर 50W क्षमता की सौर ऊर्जा से संचालित होगा।
Credit: ISRO
डेटा एकत्र करेगा प्रज्ञान
रोवर 'प्रज्ञान' चंद्रमा की सतह पर जहां से भी गुजरेगा वहां से डेटा एकत्र करेगा। रोवर इस डेटा को लैंडर तक पहुंचाएगी, जो इसे पृथ्वी पर भेजेगा।
Credit: ISRO
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स
Next: पृथ्वी से आखिर कितना दूर है चंद्रमा, आज तो जान ही लीजिए