विक्रम को दिखी चंद्रमा पर हलचल, सबसे बड़े रहस्य से उठा ही दिया पर्दा
Amit Mandal
प्रज्ञान रोवर दे रहा अहम डेटा
प्रज्ञान रोवर सहित अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों से लैस इस मिशन से चंद्रमा की संरचना और भूवैज्ञानिक इतिहास में महत्वपूर्ण जानकारियां मिल रही हैं।
Credit: ISRO
विक्रम लैंडर ने चंद्रमा पर हलचल का पता लगाया
लेकिन सबसे चौंकाने वाला खुलासा विक्रम लैंडर से हुआ जिसमें चंद्र भूकंपीय गतिविधि उपकरण (ILSA) रखा हुआ है।
Credit: ISRO
MEMS तकनीक से मिलीं नई जानकारियां
यह उपकरण चंद्रमा पर पहली माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम (MEMS)तकनीक है। इसने 26 अगस्त, 2023 को चंद्रमा की सतह पर भूकंपीय गतिविधि को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Credit: ISRO
चंद्रमा पर Moonquake का पता लगाया
इसने पृथ्वी पर भूकंप (Earthquake) की तरह चंद्रमा पर मूनक्वेक (Moonquake) दर्ज किया। इसने चंद्रमा पर दशकों में पहली भूकंपीय गतिविधि का पता लगाया है।
Credit: ISRO
कैसे आता है चंद्रमा पर भूकंप
भूकंपीय गतिविधि किसी दिए गए क्षेत्र में भूकंप की आवृत्ति और गंभीरता है। हालांकि, चंद्रमा पर भूकंपीय गतिविधि अलग-अलग स्रोतों से उत्पन्न होती है, जैसे सौर गतिविधि से उत्पन्न थर्मल उतार-चढ़ाव या आकाशीय पिंडों से प्रभाव।
Credit: ISRO
ILSA ने भूकंपीय गड़गड़ाहटों को रिकॉर्ड किया
चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर की गतिशीलता से ILSA ने इन भूकंपीय गड़गड़ाहटों को रिकॉर्ड किया जिससे वैज्ञानिकों को विश्लेषण करने के लिए बेशकीमती डेटा मिला।
Credit: ISRO
अन्य चंद्र घटनाओं की संकेतक
इसके अलावा ये भूकंपीय रीडिंग अन्य चंद्र घटनाओं के संकेतक के रूप में भी काम कर सकती हैं।
Credit: ISRO
2011 में नासा ने दी थी अहम जानकारी
2011 के नासा अध्ययन के अनुसार, चंद्रमा का एक कोर संभवतः तरल लोहे से बना है जो घने, ठोस लोहे के गोले से घिरा हुआ है।
Credit: ISRO
...चंद्रमा पर हलचलें शुरू हो सकती हैं
मई 2023 में शोधकर्ताओं ने अनुमान जताया था कि पिघले हुए मेंटल ब्लॉब्स कोर से अलग हो सकते हैं, लोहे के गुच्छों के रूप में सतह पर आ सकते हैं, जिससे चंद्रमा पर हलचलें शुरू हो सकती हैं।
Credit: ISRO
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स
Next: एक ही तो दिल है साहब कितनी बार जीतोगे...शेख हसीना से बात करने के लिए घुटनों पर बैठे सुनक