Dec 24, 2022
By: प्रशांत श्रीवास्तवहिमाचल प्रदेश का कालपा गांव किन्नौर जिले में स्थित है। यहां से किन्नौर कैलाश पर्वत की खूबसूरती देखते बनती है। यह गांव अपने सेब के बागान, वादियों,मंदिरों से सबका मनमोह लेता है।
लद्धाख में स्थित दार्चिक गांव आर्यन घाटी का हिस्सा है। यहां की खूबसूरत वादियां और सिंधु नदी बरबस मोह लेती है।
कर्नाटक के उडुपी जिले में स्थित वारंगा गांव अपने ऐतिहासिक मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर 800 से लेकर 1000 साल पुराने मंदिर हैं।
हिमाचल प्रदेश के चंबा में स्थित खजियार को मिनी स्विटजरलैंड ऑफ इंडिया कहा जाता है। यह अपने देवदार के पेड़ों के लिए बेहद प्रसिद्ध है।
सिक्किम स्थित जुलुक गांव तेजी से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना है। यहां से कंचनजंगा चोटी को देखना अपने आप में एक अलग अहसास दिलाता है।
केरल के अलपुझा जिले में स्थित कुट्टनाड बैक वॉटर झील के लिए प्रसिद्ध है। नारियल के पेड़, नाव की सवारी एक अलग अहसास कराते हैं।
अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबंसरी जिले में जीरो गांव स्थित है। इसकी खूबसूरती देख हर कोई हैरान रह जाता है।
मेघालय के खासी हिल्स जिलें में मावल्यान्नांग स्थित है। इसे एशिया का सबसे साफ-सुथरा गांव का तमगा भी हासिल है।यहां के बगीचों को भगवान का बागीचा भी कहा जाता है।
हिमाचल प्रदेश के पार्वती घाटी के पास स्थित मलाणा गांव चारों तरफ खाई और बर्फीली पहाड़ियों से घिरा हुआ है। या तक केवल पैदल ही पहुंचा जा सकता है।
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