Sep 12, 2023
दिल्ली में हुए जी-20 समिट के बीच इंडिया-मिडल ईस्ट-अमेरिका और यूरोप (IMEE) के बीच कॉरिडोर बनाने को लेकर समझौता हुआ है।
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इसे चीन के बेल्ट ऐंड रोड प्रोजेक्ट के लिए एक चैलेंज माना जा रहा है।
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इसे लेकर चीन का डर भी साफ दिख गया और इस कॉरिडोर को लेकर उसका पहला रिएक्शन सामने आया है।
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चीन ने कहा कि हम इस गलियारे का स्वागत करते हैं, लेकिन इसका लक्ष्य साझा विकास और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना होना चाहिए। इसे भू-राजनीति का हथियार नहीं बनना चाहिए।
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11 सितंबर 2023 को दिल्ली में इस पर सहमति बनी थी और फिर इंडिया-मिडल-ईस्ट यूरोप इकॉनमिक कॉरिडोर (IMEE-EC) का ऐलान पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था।
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इसमें इटली, जर्मनी, अमेरिका, फ्रांस और यूरोपियन यूनियन को भी जोड़ने की तैयारी है। वहीं, इटली ने चीन के बीआरआई से निकलने की बात कहकर ड्रैगन को बड़ा झटका दिया है।
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आने वाले समय में यह गलियारा भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक सहयोग का अहम माध्यम होगा।
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विश्लेषकों का मानना है कि चीन के बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव को चुनौती देने वाला यह प्रोजेक्ट है। चीन ने बेल्ट ऐंड रोड प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग 2013 में की थी।
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