Jan 18, 2024
अगर आप अपने शहर के प्रदूषण और जहरीली हवा से परेशान हो चुके हैं और कुछ दिन के लिए शुद्ध हवा में सांस लेना चाहते हैं तो भूटान पहुंच जाइए।
Credit: Freepik
तो हम आपको बता रहे हैं कि भारत से भूटान किस तरह पहुंचा जा सकता है और खास तौर पर सड़क मार्ग का रूट क्या है।
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सड़क मार्ग के जरिए पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी से भूटान की सीमा फुएंतशोलिंग पहुंचने में 4 से 5 घंटे का वक्त लगता है।
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भूटान की सीमा से राजधानी थिंपू पहुंचने में 5-6 घंटे का समय और लगता है और यह पूरा रास्ता पहाड़ों वाला है और बेहद खूबसूरत है।
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आप अपनी कार से भी भूटान जा सकते हैं जिसके लिए आपको भूटान के बॉर्डर पर परमिट लेने की जरूरत होगी।
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भूटानी शहर फुएंत्शोलिंग की सीमा पश्चिम बंगाल के जयगांव से जुड़ती है। यहीं से सड़क मार्ग के जरिए भूटान पहुंचा जा सकता है।
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आप असम से भी अपनी भूटान यात्रा कर सकते हैं। असम में बोंगाईगांव जिले से भूटान का गेलेफू केवल 50 किमी दूर है। आप बस, कार से सड़क मार्ग से भूटान पहुंच सकते हैं।
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भूटान पहुंचने के लिए एक और तीसरा रूट समद्रुप झोंगकर है। यह भूटानी शहर गुवाहाटी से लगभग 150 किमी दूर स्थित है।
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आप कोलकाता के एस्प्लेनेड स्टेशन से फुएंत्शोलिंग के लिए सीधी बस ले सकते हैं। इसमें लगभग 18 घंटे लगते हैं लेकिन सफर बेहद आरामदायक भी है।
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