Feb 02, 2025

मुगल वंश की 3 पीढ़ियों के साथ रहने वाली 'घुमक्कड़' शहजादी

Alok Rao

​​बाबर की बेटी थीं गुलबदन​​

गुलबदन बाबर की बेटी, हुमायूं की सौतेली बहन और अकबर की बुआ थीं।

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​तीनों मुगल शासकों को करीब से देखा​

वो शायद पहली मुगल शख्सियत थीं जिन्होंने बाबर, हुमायूं और अकर तीनों के शासन को देखा।

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​बाबर और हुमायूं के बारे में लिखा​

अकबर ने गुलबदन से हुमायूं और बाबर के बारे में लिखने के लिए कहा।

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​हुमायूंनामा में बहुत सारे किस्से लिखे​​

अकबर के अनुरोध पर गुलबदन ने हुमायूंनामा में बहुत सारे किस्से लिखे हैं।

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​​खैबर दर्रा और सिंधु नदी पार किया​

वह पहली मुगल लड़की थीं जिसने शाही काफिले के साथ खैबर दर्रा और सिंधु नदी पार कर दिल्ली पहुंची थीं।

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​​हमीदा बेगम ने शादी का प्रस्ताव ठुकरा दिया था​


गुलबदन ने लिखा है कि हमीदा बेगम ने हुमायूं से शादी करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।

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​​फतेहपुर सीकरी में रहने लगीं​

अकबर के राजा बनने के बाद गुलबदन नए किले फतेहपुर सीकरी में रहने लगीं।

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​हज के लिए रवाना हुईं​

सितंबर, 1576 में गुलबदन महिलाओं के साथ हज के लिए रवाना हुईं, अकबर ने उनकी इस यात्रा की व्यवस्था की।

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​सूरत से रवाना हुईं​

महिलाओं के साथ वह सूरत से नाव में बैठकर दुबई के लिए निकलीं।

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