अहोम योद्धा लचित बोड़फूकन, जो थे मुगलों के लिए काल, मार भगाए थे औरंगजेब के सैनिक

शिशुपाल कुमार

Dec 11, 2023

मुगलों ने टेक दिए थे घुटने

इतिहासकार मुगलों को भले ही कितना भी महान बताए, बहादुर बताए, लेकिन भारत के कई वीर योद्धाओं के सामने मुगल सैनिकों ने घुटने टेक दिए थे

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औरंगजेब का गुरूर टूटा

अहोम योद्धा लचित बोड़फूकन

ऐसे ही एक वीर थे अहोम योद्धा लचित बोड़फूकन, जिसने मुगलों थर-थर कांपते थे, उन्होंने मुगलों को दो बार हराया था लचित बरफुकन

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अहोम साम्राज्य के सेनापति

लचित बोड़फूकन अहोम साम्राज्य के सेनापति थे, 1671 की सराईघाट की लड़ाई में इन्होंने बेहतरीन सूझबूझ का परिचय दिया था

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13वीं सदी में अहोम वंश की स्थापना

असम में 13वीं सदी में अहोम वंश की स्थापना हुई, अगले 600 सालों तक इन्होंने असम पर राज किया

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मुगल की नजर

इसी महान अहोम साम्राज्य पर मुगल की नजर थी, उसने 1615 से लेकर 1682 तक हमला किया, पर हर बार हार मिली

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राजपूत सेनापति राम सिंह

मुगल बादशाह औरंगजेब ने असम के खिलाफ अभियान का नेतृत्व करने के लिए राजपूत सेनापति राम सिंह को भेजा

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लचित बोड़फुकन की वीरता

लेकिन असमिया योद्धा लचित बोड़फुकन की वीरता के आगे उनकी एक न चली, राम सिंह ने दोबारा से हमला किया

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बीमार लचित ने भरा जोश

अहोम सैनिक को इस हमले में काफी नुकसान हुआ, उनका मनोबल टूटने लगा, तब फिर बीमार हो चुके लचित जंग में वापस लौटे

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हार गए मुगल

लचित को देख सैनिकों में फिर से जोश आया और मुगलों को मार भगाया

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