Jul 24, 2023
रानी लक्ष्मीबाई की बहादुरी के किस्से आज भी लोगों को रोमांचित करते हैं
Credit: Facebook
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई अपनी बहादुरी के लिए लोगों के दिलों पर आज भी राज करती हैं
Credit: Facebook
झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने अपने दत्तक पुत्र दामोदर राव को पीठ पर बांधकर युद्ध के मैदान में अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे
Credit: Facebook
18 जून 1858 को वीरगति को प्राप्त हुईं रानी लक्ष्मीबाई की पीठ पर बंधा दामोदर राव आपको याद है
Credit: Facebook
रानी लक्ष्मी बाई के इस दत्तक बेटे का जिक्र इतिहास में भी बहुत कम हुआ है यही वजह है कि यह असलियत लोगों के सामने नहीं आ पाई
Credit: Facebook
लेकिन झांसी की रानी की मौत के बाद दामोदर राव का जीवन कैसे गुजरा, ये कम ही लोगों को पता होगा
Credit: Facebook
रानी लक्ष्मीबाई के बाद उनके बेटे को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा था
Credit: Facebook
गांव के लोगों ने अंग्रेजों के प्रतिशोध के डर से उनकी सहायता करने की हिम्मत नहीं की
Credit: Facebook
इसलिए उन्हें जंगल में रहने और कई कठिनाइयों का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ा
Credit: Facebook
उनको एक कश्मीरी टीचर को उनका संरक्षक बनाया गया और सात अनुयायियों को साथ रखने की अनुमति दी गई
Credit: Facebook
दामोदर राव इंदौर में ही बस गए, उनकी दूसरी पत्नी से बेटे लक्ष्मणराव का जन्म हुआ, 1906 में दामोदर राव निधन हो गया
Credit: Facebook