रानी लक्ष्‍मीबाई के शहीद होने के बाद उनके बेटे के साथ क्या हुआ ?

Ravi Vaish

Jul 24, 2023

​रानी लक्ष्मीबाई की बहादुरी के किस्से​

रानी लक्ष्मीबाई की बहादुरी के किस्से आज भी लोगों को रोमांचित करते हैं

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​झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई​

झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई अपनी बहादुरी के लिए लोगों के दिलों पर आज भी राज करती हैं

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​अंग्रेजों के छक्‍के छुड़ा दिए थे​

झांसी की रानी लक्ष्‍मीबाई ने अपने दत्‍तक पुत्र दामोदर राव को पीठ पर बांधकर युद्ध के मैदान में अंग्रेजों के छक्‍के छुड़ा दिए थे

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​दामोदर राव आपको याद है​

18 जून 1858 को वीरगति को प्राप्त हुईं रानी लक्ष्मीबाई की पीठ पर बंधा दामोदर राव आपको याद है

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​जिक्र इतिहास में बहुत कम​

रानी लक्ष्मी बाई के इस दत्तक बेटे का जिक्र इतिहास में भी बहुत कम हुआ है यही वजह है कि यह असलियत लोगों के सामने नहीं आ पाई

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दामोदर राव का जीवन कैसे गुज़रा?

लेकिन झांसी की रानी की मौत के बाद दामोदर राव का जीवन कैसे गुजरा, ये कम ही लोगों को पता होगा

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​तमाम दिक्कतों का सामना​

रानी लक्ष्मीबाई के बाद उनके बेटे को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा था

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​सहायता करने की हिम्मत नहीं की​

गांव के लोगों ने अंग्रेजों के प्रतिशोध के डर से उनकी सहायता करने की हिम्मत नहीं की

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​दामोदर राव जंगल में रहे​

इसलिए उन्हें जंगल में रहने और कई कठिनाइयों का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ा

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​एक कश्‍मीरी टीचर को उनका संरक्ष‍क बनाया गया​

उनको एक कश्‍मीरी टीचर को उनका संरक्ष‍क बनाया गया और सात अनुयायियों को साथ रखने की अनुमति दी गई

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​दामोदर राव इंदौर में ही बस गए​

दामोदर राव इंदौर में ही बस गए, उनकी दूसरी पत्‍नी से बेटे लक्ष्‍मणराव का जन्‍म हुआ, 1906 में दामोदर राव निधन हो गया

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After Death of Rani Laxmibai What Happened To Their Son Damodar Rao