Sep 10, 2023
2 सितंबर को आदित्य एल 1 (Aditya L1) को लॉन्च किए जाने के बाद से इसरो का अंतरिक्ष यान सफलता के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है।
Credit: ISRO
10 सितंबर को इसने एक अहम चरण पूरा किया। तीसरा कक्षा संबंधी प्रक्रिया (Earth Bound Maneuvre) (EBN#3) को इस्ट्रैक बेंगलुरु से सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
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इस ऑपरेशन के दौरान मॉरीशस, बेंगलुरु, एसडीएससी-शार और पोर्ट ब्लेयर में इसरो के ग्राउंड स्टेशनों ने उपग्रह को ट्रैक किया।
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अब यह नई कक्षा 296 किमी. x 71767 किमी. में है। अगला मनूवर (EBN#4) 15 सितंबर, 2023 को लगभग 02:00 बजे के लिए निर्धारित है।
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इससे पहले आदित्य एल1 की पृथ्वी की कक्षा से संबंधित दूसरी प्रक्रिया तड़के 5 सितंबर को सफलतापूर्वक पूरी की थी। पहली प्रक्रिया को तीन सितंबर को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया था।
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Aditya L1 को अब दो और अर्थ-बाउंड प्रक्रिया से गुजरना होगा, जिसके बाद यह लैग्रेंज प्वाइंट 1 पर स्थापित हो जाएगा।
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मिशन पर निकले आदित्य एल-1 ने कुछ दिन पहले 4 सितंबर को अपनी सेल्फी खींची थी।
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साथ ही इसने पृथ्वी और चंद्रमा की तस्वीरें उतारीं। इसने 4 सितंबर को ये तस्वीरें खींची थीं।
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भारत का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल-1 दो सितंबर 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रवाना हुआ था।
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125 दिनों की यात्रा पर निकला आदित्य अपने साथ 7 पेलोड ले गया है। यह पृथ्वी और सूर्य बीच लाग्रैंज प्वाइंट 1 से सूर्य की गतिविधियों का अध्ययन करेगा।
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भारत का यह मिशन सूर्य के बारे में उन रहस्यों के बारे में पता लगाएगा जिनसे दुनिया अभी अनजान है।
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