Aug 14, 2023
1921 में पहली बार महात्मा गांधी ने कांग्रेस की बैठक में राष्ट्रीय ध्वज की आवश्यकता का प्रस्ताव रखा था।
Credit: istock/bccl
साल 1921 में पिंगली वेंकैया ने ध्वज को बनाया था, उसके बाद स्वतंत्र भारत का राष्ट्रीय ध्वज 1947 में सुरैया बदरुद्दीन तैय्यबजी ने बनाया था।
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अंग्रेजों से अजादी मिलने से पहले 22 जुलाई 1947 को भारतीय ध्वज को अपनाया गया था।
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राष्ट्र ध्वज को पहली बार 7 अगस्त, 1906 में कलकत्ता के पारसी बागान स्क्वायर पर फहराया गया था।
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पहले तिरंगे का रंग लाल, हरा और सफेद था हांलाकि साल 1931 में लाल रंग की जगह इसमें केसरिया रंग जोड़ा गया।
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ध्वज की लंबाई-चौड़ाई का अनुपात 3:2 है।
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केसरिया रंग सबसे ऊपर, सफेद बीच में और हरा रंग सबसे नीचे होता है। सफेद पट्टी के बीच में नीले रंग का चक्र है।
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इस चक्र में 24 तीलियां होती है जिसे अशोक चक्र के नाम से जाना जाता है। इसमें शामिल 24 तीलियां मनुष्य के 24 गुणों को दर्शाती हैं।
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भारतीय झंडा संहिता 2002 के अनुसार झंडे को किसी वस्तु के लेने, देने, पकड़ने अथवा ले जाने के आधार के रुप में प्रयोग नहीं किया जाएगा।
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