भारत में कढ़ाही भर-भर कर खाते हैं ये पीला तेल, विदेश में नुकसान जान हुआ बैन
अवनि बागरोला
तेल वाला खाना
भारतीय डिश में बेशक ही कढ़ाही भर-भर तेल डाला जाता है। सरसों से लेकर सनफ्लावर, सोयाबीन का तेल खूब इस्तेमाल किया जाता है।
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विदेश में बैन
हालांकि भारत में भारी मात्रा में इस्तेमाल किया जाने वाला ये सरसों का पीला तेल यूएस और यूरोप जैसे देशों में सेहत के लिए खराब माना गया है, और इसपर बैन है।
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फायदेमंद भी हैं
वैसे तो सरसों के तेल में कई औषधीय गुण होते हैं जो शरीर के खराब टॉक्सिन्स दूर करने में भी मदद करते हैं।
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क्यों लगा बैन?
फायदे होने के बावजूद भी विदेश में इस तेल से खाना नहीं बनता है। जिसकी वजह इसमें मौजूद इरुसिक एसिड है, जो आपके ब्रेन और अन्य सेल्स को बुरी तरह प्रभावित करता है।
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हार्ट हेल्थ
सरसों का तेल दिल समेत मांसपेशियों के लिए भी नुकसानदायक माना जाता है।
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प्रेगनेंसी में खराब
वहीं गर्भवति महिलाओं के लिए भी ये तेल खराब माना जाता है। इसमें मौजूद रासायनिक यौगिक बेबी के लिए बिल्कुल अच्छे नहीं होते हैं।
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करता है सर्दी
इस तेल के सेवन से राइनाइटिस हो सकता है। जिसमें बलगम में सूजन आ जाती है, और खांसी, छींक, नाक भरना और पानी बहना शुरु हो सकता है।
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एलर्जी
कई लोगों को सरसों के तेल से एलर्जी भी होती है, जिससे खुजली, सूजन या त्वचा पर चकत्ते और स्किन का काला पड़ना भी शुरु हो जाता है।
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कौन सा तेल खाएं
ऐसे में विदेश में सोयाबीन के तेल का उपयोग खाने में किया जाता है। जो स्किन और बालों के लिए भी अच्छा माना गया है।
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