प्रणव मिश्र
Apr 19, 2023
विटामिन बी12 एक ऐसा पोषक तत्व है, जिसकी कमी भारत में आम है। रिपोर्ट के मुताबिक, 47 फीसदी भारतीय आबादी विटामिन-बी12 की कमी से जूझ रही है। केवल 26 प्रतिशत लोगों में इस विटामिन का स्तर अच्छा है।
Credit: iStock
विटामिन बी12 शरीर में RBC और DNA को बनाने के लिए जिम्मेदार होने के अलावा यह मस्तिष्क और तंत्रिका कोशिकाओं को मजबूत बनाने में भी मदद करता है। इसलिए समय रहते विटामिन-बी12 की कमी को पहचानना और उसका इलाज करना जरूरी है।
Credit: iStock
विटामिन-बी12 की कमी से त्वचा से लेकर आंखों और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं जैसी कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। त्वचा का हल्का पीलापन, जीभ की सूजन और लाली, मुंह के छाले, चिड़चिड़ापन और अवसाद आदि।
Credit: iStock
विटामिन-बी12 की कमी किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में विटामिन-बी12 की कमी होने की संभावना अधिक होती है।
Credit: iStock
शरीर के इन 4 हिस्सों हाथ, पैर और पंजे में होती है विटामिन-बी12 की कमी विटामिन बी 12 की कमी वाले लोगों को शरीर के इन हिस्सों में अजीब सी झुनझुनी या चुभन महसूस होती है। इस स्थिति को पिन्स एंड नीडल्स भी कहते हैं।
Credit: iStock
पेरेस्टेसिया या पिन या सुई, जो चुभने या जलने जैसा महसूस होता है। यह आमतौर पर हाथ, हाथ, पैर या उंगलियों में होता है, लेकिन शरीर के अन्य भागों में भी हो सकता है।
Credit: iStock
विटामिन-बी12 की कमी से मुंह के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें मुंह में छाले, सूजन, सूजन और जीभ का लाल होना शामिल है। Glossitis या लाल और गले में खराश B12 की कमी के स्पष्ट लक्षणों में से एक है।
Credit: iStock
अगर आपको विटामिन-बी12 की कमी के लक्षण महसूस हों तो आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। वे आपको परीक्षण कराने और फिर दवाएं लिखने की सलाह देंगे।
Credit: iStock
विटामिन बी 12 एक ऐसा पोषक तत्व है जो शरीर में प्राकृतिक रूप से नहीं बनता है। तो इसके लिए हमें ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए, जो इस कमी को पूरा कर सकें। अंडे, डेयरी उत्पाद, दूध, पनीर और दही विटामिन बी 12 के सबसे अच्छे स्रोत हैं।
Credit: iStock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स