Nov 27, 2023
उत्तराखंड में ठंड ज्यादा पड़ती है और यहां के लोग अपने खाने में विशेष प्रकार के अनाजों का उपयोग करते हैं। यह अनाज न सिर्फ निरोग रखते हैं बल्कि सर्दियों से भी बचाते हैं।
Credit: canva
मडुवे की फसल उत्तराखंड में परंपरागत रूप से पैदा की जाने वाली एक गर्म तासीर की फसल है। इसमें प्रोटीन, फैट, खनिज आदि पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
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मडुवे की फसल को पहाड़ों में इसे सर्दियों का राजा भी कहा जाता है। इसका आटा तो आज न केवल देशभर बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर रईसों की लिस्ट में भी शामिल हो गया है।
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कुट्टू का आटा यूं तो व्रत के दौरान खाया जाता है, लेकिन ये सर्दियों में काफी फायदेमंद साबित होता है। बोलचाल की भाषा में इसे व्रत वाला आटा कहा जाता है।
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कुट्टू का आटा डायबिटीज, कार्डियोवैस्कुलर हार्ट डिजीज और डाइजेशन जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए रामबाण माना जाता है।
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झंगोरे की खीर, भात, छंछिया, पहाड़ के पारंपरिक लोकप्रिय व्यंजनों में शुमार है। इसमें अच्छी मात्रा में आयरन पाया जाता है। जिन लोगों में खून की कमी होती है, उनके लिए ये वरदान हो सकता है।
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पहाड़ में सर्द मौसम में गहत की दाल लजीज मानी जाती है। प्रोटीन तत्व से भरपूर यह दाल शरीर को ऊर्जा देती है, साथ ही यह पथरी के उपचार की औषधि भी है।
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पहाड़ी लोग सर्दी में भट को अपनी डाइट में जरूर शामिल करते हैं। यही वजह है कि इससे पहाड़ी लोग हमेशा सेहतमंद रहते हैं।
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भट की दाल में प्रोटीन, विटामिन, खनिज, विटामिन बी कॉम्पलेक्स और विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
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