Dec 24, 2022
BY: Medha Chawlaनेजल वैक्सीन को बूस्टर डोज की तरह लगाया जाएगा। साथ ही शुरुआत में ये प्राइवेट अस्पतालों में लगाई जाएगी।
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भारत के कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम में भी इस वैक्सीन को भारत सरकार ने शामिल कर लिया है।
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भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का पहले BBV154 नाम था, लेकिन अब इसे इनकोवैक (iNCOVACC) नाम दिया गया है।
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भारत बायोटेक और अमेरिका की वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी ने इस नेजल वैक्सीन को मिलकर बनाया है।
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इस वैक्सीन का तीन बार ट्रायल किया जा चुका है और तीनों ट्रायल में ये असरदार साबित हुई है।
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नेजल वैक्सीन को हाथ पर लगाए जाने के बजाय नाक से दिया जाएगा। ये नाक के अंदरुनी हिस्सों में इम्यून तैयार करती है।
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शरीर में जाते ही ये वैक्सीन कोरोना के इन्फेक्शन और ट्रांसमिशन दोनों को ब्लॉक करती है।
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नाक से दी जाने वाली वैक्सीन को बाकी वैक्सीन की तुलना में काफी असरदार माना गया है।
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