Dec 19, 2022
फीफा विश्व कप 2022 का खिताब अर्जेंटीना ने जीत लिया है। इसी के साथ महान फुटबॉलर लियोनल मेसी का भी विश्व कप की ट्रॉफी उठाने का सपना पूरा हो गया।
Credit: Instagram
लियोनल मेसी बचपन में ग्रोथ हार्मोन डेफिशियंसी बीमारी से जूझ चुके हैं। उनसे डॉक्टर ने कहा था कि वह कभी भी फुटबॉल नहीं खेल पाएंगे।
Credit: Instagram
ग्रोथ हार्मोन डेफिशियंसी में शरीर का विकास काफी हद तक रुक जाता है। यदि ये बीमारी बढ़ती तो मैसी बौने ही रह जाते।
Credit: Instagram
ग्रोथ हार्मोन डेफिशियंसी में पीयूष ग्रन्थि पर्याप्त मात्रा में ग्रोथ हार्मोन नहीं बनते हैं। इससे शरीर का विकास रोक दिया जाता है।
Credit: Instagram
ग्रोथ हार्मोन डेफिशियंसी में शरीर से बेबी फैट नहीं जाता है। वहीं, दिमाग में इंजरी और ट्यूमर का खतरा होता है।
Credit: Instagram
ग्रोथ हार्मोन डेफिशियंसी में हड्डियों की शक्तियां कम हो जाती है। इसके अलावा डिप्रेशन, ध्यान लगाने में दिक्कत, खराब याददाश्त जैसी समस्या आती है।
Credit: Instagram
लियोनल मेसी की बीमारी में हर महीने एक हजार डॉलर यानी 82,723 रुपए का खर्च आता था। परिवार के लिए ये खर्च उठाना मुमकिन नहीं था।
Credit: Instagram
बार्सिलोना क्लब को जब इसकी जानकारी मिली तो वह लियोनल मेसी के खेल से प्रभावित थे। बार्सिलोना क्लब ने उनके इलाज का सारा खर्च उठाया।
Credit: Instagram
बार्सिलोना क्लब ने मेसी के सामने शर्त रखी कि वह यूरोप में ही बस जाएं। मेसी अपने परिवार के साथ यूरोप आ गए थे।
Credit: Instagram
Thanks For Reading!
Find out More