Jan 8, 2025
वास्को डी गामा पुर्तगाल का रहने वाला निवासी था और इसी ने भारत की खोज की थी।
Credit: Wikipedia
वास्को डी गामा 20 मई 1498 को केरल के कोझीकोड जिले के कालीकट (काप्पड़ गांव) पहुंचा था।
वास्को डी गामा तीन बार भारत आए और यहां से पुर्तगाल गए।
वास्को डी गामा 1524 में तीसरी बार भारत पहुंचे और यहीं 24 मई को उनकी मौत हो गई थी।
वास्को डी गामा को मौत के बाद भारत के कोच्चि में ही दफनाया गया था।
वास्को डी गामा के मौत के 15 साल बाद कब्र दोबारा खोदी गई और उनके अवशेषों को निकाला गया।
वास्को डी गामा के अनशेषों को पुर्तगाल ले जाया गया और लिस्बन में उस जगह पर दफनाया गया जहां से उन्होंने यात्रा शुरू की थी।
वास्को डी गामा को पुर्तगाल में राजकीय सम्मान दिया गया और उनके नाम पर स्मारक आज भी है।
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