Nov 6, 2023
Credit: Canva
दरअसल, भारत और पाकिस्तान के विभाजन से पहले पंजाब की राजधानी लाहौर थी।
लाहौर पाकिस्तान के हिस्से में जाने के बाद मार्च 1948 में चंडीगढ़ को पंजाब की राजधानी बनाया गया।
फिर जब 1966 में हरियाणा बना तो चंडीगढ़ को केंद्र शासित प्रदेश बनाते हुए इसे दोनों की राजधानी बना दिया गया।
चंडीगढ़ शहर दोनों के बीच सीमा पर स्थित था, जिसे दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी के रूप में घोषित किया गया।
चंडीगढ़ को उस समय दोनों राज्यों की राजधानी इसलिए बनाया गया क्योंकि उस समय चंडीगढ़ के पास ही प्रशासनिक ढांचा था।
राजधानी बनने के बाद इस शहर की सम्पत्ति का 60 फीसदी हिस्सा पंजाब और 40 फीसदी हरियाणा को मिला।
वहीं, केंद्रशासित प्रदेश के तौर केंद्र के पास भी इस शहर का सीधा नियंत्रण रहा।
हरियाणा को अपनी नई राजधानी बनाने के लिए पांच साल का वक्त दिया गया था। हालांकि, अभी तक ऐसा हो नहीं पाया।
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स