Jul 1, 2024
लेकिन कौन था भारत का अंतिम मुगल बादशाह, जिसे अंग्रेजों ने न सिर्फ हराया, बल्कि देश से बाहर का रास्ता भी दिखाया।
Credit: canva
भारत के अंतिम मुगल बादशाह का नाम बहादुर शाह जफर द्वितीय था। उन्हें स्वतंत्रता संग्राम के नायकों में से एक माना जाता है।
Credit: canva
भले ही अंग्रेजों के सामने उनकी सेना हार गई हो, लेकिन उस समय हिंदुओं व मुसलमानों क्रांतिकारियों ने एकजुट होकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
Credit: canva
चूंकि उन्होंने देश के सभी राजाओं का एक सम्राट के तौर पर नेतृत्व किया, इसके उन्हें भारी कीमत भी चुकानी पड़ी। अंग्रेजों ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
Credit: canva
82* वर्ष की उम्र में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में उन्होंने देश का नेतृत्व किया, उन्हें अपने अंतिम दिन अंग्रेजों की कैद (म्यामांर) में गुजारने पड़े।
Credit: canva
बहादुर शाह जफर द्वितीय को 6 नवंबर 1862 को लकवे का तीसरा दौरा पड़ा और अगले दिन उनकी मौत हो गई।
Credit: canva
इतिहास के अनुसार, जहां बहादुर शाह जफर को कैद किया गया था, उसी के पीछे उनकी कब्र बनाकर उन्हें दफना दिया गया, और उस जगह को समतल कर दिया गया, ताकि किसी को उनकी कब्र की जानकारी न मिले।
Credit: canva
आखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की मौत 1862 में 87 साल की उम्र में हुई थी, लेकिन उनकी दरगाह 132 साल बनाई गई क्योंकि
Credit: canva
यह वो साल था जब खुदाई के दौरान एक कब्र का पता चला, जिसमें बादशाह जफर की निशानी और अवशेष मिले, जिससे यह पुष्टि हुई के वो कब्र बहादुर शाह जफर की ही थी।
Credit: canva
बहादुर शाह जफर चाहते थे कि उन्हें दिल्ली के महरौली में दफ्न किया जाए, लेकिन उनकी आखिरी इच्छा पूरी नहीं की गई थी।
Credit: canva
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स