Jul 19, 2024
इनमें एक बादशाह ऐसा भी था, जो किसी युद्ध में हारकर या बुढ़ापे से नहीं मरा, बल्कि सीढ़ियों से गिरकर हुई थी इसकी मौत।
Credit: pixabay-canva
भारत में पहला मुगल शासक बाबर था, जो कि 1526 में भारत आया, बाद में बाबर के वंशज एक के बाद एक गद्दी पर बैठते गए।
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बाबर का बड़ा बेटा हुमायूं था, इसीलिए उसे ही गद्दी का उत्तराधिकारी बनाया गया। हुमायूं ही वो मुगल बादशाह था, जिसकी सीढ़ियों से गिरकर मौत हो गई थी।
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एक दोपहर हुमायूं ने हज यात्रा से लौटे कुछ लोगों से मुलाकात की, इस मुलाकात के लिए उसने सभी को अपने पुस्तकालय में बुलाया, जो कि लाल पत्थरों से छत पर बना था।
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छत पर मिलने का एक कारण यह भी था कि बगल की मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए इकट्ठा हुए लोग अपने बादशाह (हुमायूं) की झलक पा सकें।
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हुमायूं की बहन का नाम था गुलबदन, जिसने अपने भाई हुमायूं की जीवनी लिखी। गुलबदन लिखती हैं उस दिन ठंड ज़्यादा थी और हवा भी तेज चल रही थी।
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हुमायूं ने सीढ़ियों से नीचे उतरना शुरू ही किया था, कि उसका बैलेंस बिगड़ा और वो सिर के बल नीचे गिरते चले गए।
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बीबीसी डॉट कॉम के अनुसार, हुमायूं जब सीढ़ी से नीचे उतर रहे थे, तो किसी मस्जिद से अजान की आवाज सुनाई दी थी, चूंकि हुमायूं धार्मिक थे, इसलिए उसने तुरंत सजदा किया, जिससे बैलेंस बिगड़ा और वो नीचे जा गिरा।
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सिर पर गहरी चोट लगी, दाहिने कान से खून निकलने लगा, और फिर तीन दिन बाद सुल्तान ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
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