Nov 14, 2023
Credit: canva
ताजमहल के निर्माण में 22 साल से अधिक का समय लगा। यह 1631 में बनना शुरू हुआ और 1653 में पूरा हुआ।
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ताजमहल का पुराना नाम 'रौजा-ए-मुनव्वर' है, जिसका मतलब है जगमगाता हुआ मकबरा या अनोखी इमारत।
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ताजमहल इंडो इस्लामिक कब्रगाह वास्तुकला का शानदार उदाहरण है। सफेद मार्बल से बनी इतनी सुंदर दूसरी कोई बनावट नहीं है इसलिए इसे अजूबा कहते हैं।
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ताजमहल के मुख्य गुंबद के नीचे मुमताज की कब्र है, जब शाहजहां नहीं रहे तो उन्हें भी मुमताज की कब्र के बगल में दफनाया गया।
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संगमरमर के पत्थरों से बने होने की वजह से यह सूरज की रोशनी व चांद की चांदनी में अलग अलग रंग में नजर आता है।
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ताजमहल को 1983 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलो की सूची में शामिल कर लिया गया।
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ताजमहल लकड़ियों पर खड़ा है, यह ऐसी लकड़िया है जिसे मजबूत बने रहने के लिए नमी की जरूरत है, यही कारण है कि यह यमुना नदी के तट पर है।
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ताजमहल की चारों मीनारों को इस प्रकार से बनाया गया है कि अगर कभी भूकंप आए, तो मीनारें बाहर की ओर गिरें नाकि मुख्य गुंबद की ओर।
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