Mar 24, 2024
जब आप किसी दुकान से कोई सामान खरीदते हैं तो उसपर एमआरपी लिखा होता है।
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लेकिन क्या आप जानते हैं कि एमआरपी का क्या फुलफॉर्म होता है।
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बता दें एमआरपी का फुलफॉर्म Maximum Retail Price होता है।
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एमआरपी सामान बनाने वाली कंपनी तय करती है।
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एमआरपी में सामान बनाने की लागत के अलावा दुकानदारों तक सामान पहुंचाने की कीमत व सभी तरह के टैक्स जुड़े होते हैं।
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यही कारण है कि कोई दुकानदार एमआरपी से ज्यादा कीमत पर अपना सामान नहीं बेच सकता है।
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भारत में इसे लेकर वर्ष 1986 में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम बनाया गया था।
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वहीं साल 2006 में केंद्र सरकार ने सभी प्रोडक्ट पर एमआरपी का नियम लागू किया था।
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इसके अंतर्गत कोई भी दुकानदार पैक्ड सामान बिना एमआरपी के नहीं बेच सकता है।
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