Sep 6, 2024
सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने का सपना देख रहे युवाओं को STET और CTET में अंतर पता होना चाहिए।
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CTET का फुल फॉर्म सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट होता है जो सेंट्रल लेवल पर आयोजित की जाती है।
सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट परीक्षा सीबीएसई बोर्ड द्वारा आयोजित की जाती है।
CTET की तरह STET भी यह स्टेट लेवल की परीक्षा होती है। बिहार में होने वाली परीक्षा को बिहार STET कहते हैं।
यूपी में होने वाली परीक्षा UPTET कहलाती है। मध्य प्रदेश में MPTET परीक्षा आयोजित की जाती है।
सीटेट परीक्षा में लेवल 1 यानी कक्षा एक से 5वीं तक शिक्षक बनने के लिए कैंडिडेट्स को 12वीं पास होना अनिवार्य है।
लेवल 2 यानी कक्षा 6 से 8वीं तक के लिए 50 फीसदी अंकों से ग्रेजुएशन की डिग्री रखने वाले आवेदन कर सकते हैं।
दोनों परीक्षाएं टीचर भर्ती के लिए आयोजित की जाती हैं, लेकिन अगर डिमांड की बात करें तो CTET में ज्यादा बड़ी संख्या में परीक्षार्थी शामिल होते हैं।
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