Sep 16, 2023

BY: Medha Chawla

देश के इस शहर में चलती है घोड़े पर लाइब्रेरी, चलते फिरते ऐसे किताबें पढ़ते हैं बच्चे

​पहाड़ के कई गांवों में आज भी नहीं पहुंची सड़क

हमारे देश में आज भी पहाड़ के कई ऐसे इलाके हैं, जहां आज भी सड़क नहीं पहुंची है। वहां आप सिर्फ पैदल या फिर घोड़े से ही पहुंच सकते हैं।

Credit: Bhupender-Rawat

​नैनीताल के आसपास भी कई गांवों में नहीं पहुंची रोड

नैनीताल भले ही एक फेमस हिल स्टेशन हैं, लेकिन आज भी उसके आसपास कई ऐसे गांव हैं, जहां गाड़ी से नहीं पहुंचा जा सकता है। कहीं अगर सड़क है भी तो बारिश के मौसम में वह टूट जाती है।

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​स्कूली बच्चों को होता है सबसे ज्यादा नुकसान

सड़क नहीं होने से वहां रहने वालों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पाती। इसके सबसे ज्यादा नुकसान स्कूल पढ़ने वाले बच्चों को होता है।

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​नैनीताल के युवक ने शुरू की घोड़ा लाइब्रेरी

बच्चों की पढ़ाई को लेकर ही नैनीताल जिले के रहने वाले 29 साल से शुभम बधानी ने घोड़ा लाइब्रेरी शुरू की है।

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​घोड़ा लाइब्रेरी से बच्चों तक पहुंचायी जा रही किताबें

दरअसल घोड़ा लाइब्रेरी में घोड़े पर किताब लादकर पहाड़ के गांवों में जाकर बच्चों तक किताबें पहुंचायी जाती है।

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​15 से अधिक गांवों को कवर कर चुकी है घोड़ा लाइब्रेरी

अब तक घोड़ा लाइब्रेरी 15 से अधिक पहाड़ी गांवों को कवर कर चुकी हैं और लगभग 600 किताबें वितरित की हैं।

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​बारिश के मौसम में घोड़ा लाइब्रेरी आएगी सबसे ज्यादा काम

ये लाइब्रेरी खासतौर से उस समय बच्चों के बहुत काम आएगी, जब पहाड़ों में बारिश से रास्ते बंद हो जाते हैं।

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​घोड़ा लाइब्रेरी में मिलती हैं ये किताबें

घोड़ा लाइब्रेरी में सामान्य ज्ञान, प्रेरक कहानियां और नैतिक शिक्षा संबंधी किताबें दी जा रही हैं।

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