Mar 7, 2024
पश्चिम बंगाल के मिदनापुर के रहने वाले तुहिन डे की कहानी लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाली है।
Credit: Facebook
तुहिन डे का गले से नीचे का शरीर लकवाग्रस्त है, लेकिन उनके हौसले की प्रशंसा हर तरफ है।
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21 वर्षीय तुहिन डे सेरेबल पाल्सी रोग से पीड़ित हैं। वो मुंह से पेन पकड़कर लिखते हैं। साथ ही फोन और कंप्यूटर भी इस्तेमाल करते हैं।
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तुहिन डे ने देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल JEE Main और JEE एडवांस्ड परीक्षा पास की है।
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तुहिन राजस्थान के कोटा में रहकर जेईई परीक्षा की तैयारी की थी। अब वो बीटेक कर रहे हैं।
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तुहिन की अब तक 20 सर्जरी हो चुकी है। उनकी हड्डियों को सीधा करने के लिए आर्टिफिशियल प्लेटें लगाई गई हैं।
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साल 2012 और 2013 में तुहिन को NTSE में स्कॉलर रहने के चलते तत्कालीन राष्टपति प्रणब मुखर्जी सम्मानित कर चुके है।
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तुहिन बताते हैं कि उन्हें जीवन में आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा महान साइंटिस्ट स्टीफन हॉकिंग से मिली है।
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तुहिन एस्ट्रो फिजिक्स में रिसर्च करना चाहते हैं। उनका सपना वैज्ञानिक बनने का है।
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