May 4, 2024
छात्रों में यह दुविधा रहती है कि वे कौन सा कोर्स करें, जिससे उन्हें विदेश में अच्छा सैलरी पैकेज मिल सके।
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यूएस, यूके, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा में इनकी सबसे ज्यादा डिमांड है। इंजिनियरिंग सर्विसेज, मशीनरी मैन्युफैक्चरिंग, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक प्रॉडक्ट मैन्युफैक्चरिंग, फिजिकल, इंजीनियरिंग और लाइफ साइंसेज में तमाम मौके हैं।
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ऑस्ट्रेलिया, यूके, न्यू जीलैंड, यूएस जैसे देशों में इन्हें आसानी से जॉब मिल जाती है। वित्त एवं बीमा, प्रफेशनल साइंटिफिक और टेक्निकल सर्विसेज आदि में इनके लिए भरपूर अवसर हैं।
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कनाडा, आयरलैंड, न्यू जीलैंड, यूएस, स्वीडन, सिंगापुर, यूके में इनकी भारी डिमांड है। कोरोना के बाद से इस क्षेत्र में भारी ग्रोथ है।
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इन युवाओं को यूएस, यूके, आयरलैंड, जर्मनी, इजरायल जैसे देशों में अच्छी सैलरी पैकेज मिल जाती है। IT कंपनियों में इनके लिए भरपूर अवसर हैं।
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कचरे की रिसाइक्लिंग, निपटारा, जन स्वास्थ्य और पानी में सुधार एवं वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए यूएसए, कनाडा, रूस, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, यूएई जैसे देशों में भरपूर मौके एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग वाले युवाओं को मिलते हैं।
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यूके, डेनमार्क, नीदरलैंड, कनाडा, न्यू जीलैंड, यूएस, ऑस्ट्रेलिया, नॉर्वे जैसे देशों में इनकी डिमांड है। तेल और गैस कंपनियों में मैन्युफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग सर्विस के क्षेत्र में तमाम मौके हैं।
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सड़क, भवन, एयरपोर्ट, सुरंग का निर्माण एवं जलापूर्ति आदि का निर्माण लगातार होते हैं। यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया, यूएस, यूएई, कनाडा जैसी जगहों पर हर समय इनकी बंपर डिमांड रहती है।
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मेडिकल उपकरण की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई, नेविगेशनल, मीजरिंग, इलेक्ट्रोकेमिकल और कंट्रोल इंस्ट्रूमेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में इनकी खासी डिमांड रहती है।
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