Jul 26, 2024
आज हम किसी मुगल बादशाह के बारे में नहीं, बल्कि उस मुगलिया रानी के बारे में जानेंगे, जो कि बादशाह जहांगीर पर भी भारी पड़ती थीं।
Credit: TNN-and-canva
इस बेगम का नाम था नूरजहां। ये न केवल खूबसूरती में बल्कि अकलमंदी के लिए भी जानी जाती थीं।
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इनका नाम हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जा चुका है।
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हालांकि बादशाह नूरजहां ने अपने जीवन काल में कई शादियां की, लेकिन वे सबसे ज्यादा नूरजहां को पसंद करते थे। इसका कारण था नूरजहां की खूबसूरती व दिमाग।
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नूरजहां को किसी शाही परिवार से नहीं माना जाता है, बावजूद इसके वो साहसी और बहादुर थी। इसके अलावा तख्त से जुड़े मुद्दों को लेकर निर्णय लेने में कुशल भी थी।
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उसकी इसी काबिलियत ने उसे एक दिन मल्लिका-ए-हिंदुस्तान बना दिया और मुगलिया इतिहास की सबसे ताकतवर महिला भी।
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इतिहास के अनुसार, बादशाह जहांगीर नशे का आदी था, सीमा से ज्यादा नशा करना उसके लिए आम बात थी, इस बात से उसके पिता अकबर हमेशा दुखी रहते थे।
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एक समय जब बादशाह जहांगीर को खुद तख्त का लालच नहीं था, तो उसने नूरजहां को तख्त सौंप दिया। यहां तक की सरकारी कामकाज के अधिकार दे दिए थे।
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कहते हैं 16 साल तक नूरजहां ने हिंदुस्तान का तख्त संभाला। इस दौरान उसने अपने नाम के चांदी के सिक्के भी चलवाए। यह पहली बार था जब सिक्कों पर किसी रानी का नाम उकेरा गया।
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