जब दुश्मनों के दांत खट्टे करने के लिए तोप से दागे गए चांदी के गोले

Neelaksh Singh

May 7, 2024

चांदी के गोले

भारत का इतिहास बहुत शानदार व व्यापक रहा है, यहां ऐसी ऐसी शौर्य गाथाएं हैं, जिन्हें सुनकर उनकी कल्पना करना भी मुश्किल है।

Credit: canva

लखनऊ यूनिवर्सिटी में कैसे लें एडमिशन

चूरू का शानदार इतिहास

ऐसा ही एक इतिहास भारत के राजस्थान राज्य का है, जहां चूरू नामक जगह पर मौजूद किले से दुश्मनों पर चांदी के गोले दागे गए थे।

Credit: canva

दुश्मनों के दांत किए खट्टे

यह दुनिया का एकमात्र ऐसा किला है जहां युद्ध के समय चांदी के गोले इस्तेमाल करने पड़े, लेकिन दुश्मनों के दांत खट्टे करने के लिए राजस्थान चूरू की सेना ने कोई कसर नहीं छोड़ी।

Credit: canva

क्यों दागने पड़े चांदी के गोले

हुआ यूं कि जब गोला बारूद खत्म हो गया था, तो चूरू की तोपे शांत हो गई थीं, ऐसे में दुश्मनों पर तोप से चांदी के गोले दागने शुरू कर दिए।

Credit: canva

इतिहास में घटी सबसे दिलचस्प घटना

इतिहास में घटी यह अब तक सबसे दिलचस्प युद्ध घटना है, जो कि सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी बेहद जरूरी है।

Credit: canva

स्वर्ण अक्षरों से लिखा गया इतिहास

इससे साबित होता है दुश्मन से अपने राज्य या किले की रक्षा के लिए राजा क्या कुछ नहीं करते थे। भले चांदी के गोले दागे गए लेकिन इस घटना से स्वर्ण अक्षरों से चूरू की शौर्य गाथा लिखी गई।

Credit: canva

किसने बनवाया था यह जिला

चूरू के इस किले को ठाकुर कुशल सिंह ने वर्ष 1694 में बनवाया था।

Credit: canva

किस वर्ष की है यह घटना

यह घटना वर्ष 1814 की है, उस समय इस किले पर ठाकुर शिवजी सिंह राज करते थे, जो ठाकुर कुशल सिंह के वंशज थे।

Credit: canva

किससे हो रहा था युद्ध

बीकानेर रियासत के राजा सूरत सिंह ने अपनी सेना के साथ चूरू किले पर हमला बोल दिया था, उस समय ठाकुर शिवजी सिंह के कहने पर चांदी के गोले भी इस्तेमाल किए गए थे।

Credit: canva

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: मेट्रो ट्रेन को चलाने वाले को क्या कहते हैं, बता दिया तो कहलाएंगे टॉपर

ऐसी और स्टोरीज देखें