Jan 10, 2024
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स्वामी विवेकानंद धर्म, दर्शन, इतिहास, कला, सामाजिक विज्ञान और साहित्य के ज्ञाता थे।
स्वामी जी 25 साल की उम्र में ही सांसारिक मोह माया त्याग कर संन्यासी बन गए थे।
उन्होंने 39 साल की अल्पायु में ही दुनिया को अलविदा कह दिया था। हालांकि, उनके विचार और कार्य आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।
देश में हर साल स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
1984 में भारत सरकार द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की गई थी।
किसी भी देश के विकास में उस देश के युवाओं का अहम योगदान होता है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि युवाओं को सही मार्गदर्शन मिले।
ऐसे में राष्ट्रीय युवा दिवस का उद्देश्य युवाओं को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और महान विचारों से अवगत कराना है।
साथ ही स्वामी विवेकानंद जी की छवि को सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत के रूप में स्थापित करना है।
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