Jun 1, 2024

​डॉ. भीमराव अंबेडकर की लिखी ये 5 किताब, बदल देंगी जीवन का नजरिया​

Ankita Pandey

​​समाज सुधारक​

​डॉ. भीमराव अंबेडकर को एक समाज सुधारक और संविधान के पिता के रूप में तो जाना ही जाता है।​

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​​9 भाषाओं का ज्ञान​

​लेकिन क्या आपको ये पता है कि उनके पास कुल 32 डिग्रियां थी और उन्हें 9 भाषाओं का ज्ञान भी था।​

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​​पर्सनल लाइब्रेरी​

​रिपोर्ट्स की मानें तो बाबा साहब की पर्सनल लाइब्रेरी 'राजगृह' में 50,000 से अधिक किताबे थीं।​

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​​सीखने का मौका​

​ऐसे में उनके द्वारा लिख गई इन 5 किताबों से आपको बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है।​

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​​The Annihilation of Caste​

​यह किताब डॉ. अंबेडकर द्वारा लिखी गई प्रसिद्ध कितबों में से एक है। इसका प्रकाशन साल 1936 में हुआ था। इस किताब में जाति व्यवस्था का घोर विरोध किया गया है।​

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​​Who were the Shudras?​

​साल 1946 में प्रकाशित इस किताब में शूद्र वर्ण की उत्पत्ति पर चर्चा की गई है। अंबेडकर ने यह किताब ज्योतिराव फुले को समर्पित की थी।​

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​​The Problem of Rupee​

​मूल रूप से 1923 में प्रकाशित यह किताब ब्रिटिश भारत में 'मुद्रा प्रश्न' को संबोधित करती है, जिसके कारण भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना हुई थी।​

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​​States and Minorities​

​बाबा साहब अंबेडकर द्वारा लिखी यह किताब साल 1947 में प्रकाशित हुई थी। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को यह किताब जरूर पढ़नी चाहिए।​

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​​The Buddha and his Dhamma​

​बाबा साहब द्वारा लिखी इस आखिरी किताब का प्रकाशन 1957 में हुआ था। इसमें डॉ. बीआर अंबेडकर ने बौद्ध धर्मग्रंथ की समीक्षा की है।​

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