Nov 20, 2023
हमारे सौरमंडल में एक तारा है जिसे सूरज कहते हैं, इसके अलावा नौ ग्रह हैं, जिन्हें अंग्रेजी में अलग व हिंदी में अलग नाम से जाना जाता है।
Credit: canva
सूरज के सबसे पास Mercury है, इसके बाद क्रम में Venus, Earth, Mars, Jupiter, Saturn, Uranus, Neptune व Pluto आता है।
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इन सबमें Jupiter जिसे हिंदी में बृहस्पिति कहते हैं, इतना विशाल है, कि इसमें हमारी सैकड़ों नहीं बल्कि हजारों धरती समा जाएंगी।
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science.nasa.gov के अनुसार, बृहस्पति का व्यास लगभग 43,440.7 मील (69,911 किलोमीटर) है।
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बृहस्पति का आयतन धरती के आयतन से 1,300 गुना ज्यादा है।
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बृहस्पति का व्यास पृथ्वी के व्यास का लगभग 11 गुना है और सूर्य का व्यास बृहस्पति के व्यास का लगभग 10 गुना है।
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इसका मतलब यह हुआ कि बृहस्पति इतना बड़ा है कि इसमें 1300 पृथ्वी आसानी से समा जाएगी।
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बृहस्पति पर सौरमंडल का सबसे छोटा दिन होता है, जो 10 घंटे से भी कम होता है। सबसे बड़ा ग्रह होने के बावजूद, बृहस्पति की घूमने की गति सबसे तेज है।
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जबकि सबसे आखिर में प्लूटो है, प्लूटो का व्यास पृथ्वी के पांचवें हिस्से से थोड़ा कम है।
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