पिता किसान और मां की किराने की दुकान, बेटी ने UPSC में पाई 7वीं रैंक

Kuldeep Raghav

Jun 01, 2024

​सिविल सेवा परीक्षा​

संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयािजत सिविल सेवा परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है।

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​प्रेरक कहानियां​

इस परीक्षा को पास कर आईएएस, आईपीएस बनते हैं। इस परीक्षा को क्रैक करने वाले हर युवा की कहानी प्रेरणा देती है।

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​कर्नाटक की काव्या​

कर्नाटक के एक छोटे से गांव की रहने वाली काव्या वाई एस ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल की है।

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​पिता किसान ​

उनके पिता किसान के रूप में काम करते हैं, वहीं उनकी मां गांव में एक छोटी सी किराने की दुकान चलाती हैं।

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​एजुकेशन​

यूपीएससी आईएफएस में 7वीं रैंक हासिल करने वाली काव्या कर्नाटक के चिकमगलुरु की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा गांव के स्कूल में 7वीं कक्षा तक प्राप्त की. इसके बाद वह अपनी कक्षा 10वीं पूरी करने के लिए पास के शहर चली गई थी!

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​इंजीनियरिंग की ​

काव्या चित्रदुर्ग के सिरिगेरे में आवासीय तारालाबालू माता स्कूल से कक्षा 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में बी.टेक करने के लिए बेंगलुरु चली गई।

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​पहले प्रयास में असफल​

उन्होंने पहला प्रयास 2017 में किया था जिसमें सफलता नहीं मिल पाई थी।

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​2019 में भी असफल​

इसके बाद 2019 में इंटरव्यू तक पहुंची लेकिन वहां भी सफलता नहीं मिल पाई थी।

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​ऐसे पाई 7वीं रैंक​

अगली बार उन्होंने अपना ध्यान यूपीएससी भारतीय वन सेवा परीक्षा पर केंद्रित किया और उन्होंने ऑल इंडिया 7वीं रैंक हासिल की।

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