chandrayaan 3 एक मिशन का नाम है, जिसका काम चांद पर खोजबीन करना है। 14 जुलाई को लॉन्च किए गए इस चंद्रयान 3 को लगभग 45 दिन लगेंगे चांद तक पहुंचने में।
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ISRO ने बनाया चंद्रयान 3
chandrayaan 3 को ISRO द्वारा तैयार किया गया, इससे पहले भी भारत दो चंद्र मिशन कर चुका है, chandrayaan 1 और chandrayaan 2 के नाम से जाना जाता है।
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ISRO का फुलफॉर्म
Indian Space Research Organisation जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन कहा जाता है।
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ISRO का मुख्यालय
ISRO भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है, यानी भारत सरकार की स्पेस एजेंसी, जिसका मुख्यालय बंगलौर में है।
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ISRO का इतिहास, किसने दिया यह नाम
पहले इसरो को भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (इन्कोस्पार — INCOSPAR) के नाम से जाना जाता था, जिसे 1962 में भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया था।
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विक्रम साराभाई ने दिया नाम
बता दें, भारत के महान वैज्ञानिक विक्रम साराभाई ने अंतरिक्ष अनुसंधान की आवश्यकता को पहचानते हुए स्पेस एजेंसी की कल्पना की थी।
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अहमदाबाद में जन्में डॉ. विक्रम साराभाई
डॉ. विक्रम साराभाई का जन्म 12 अगस्त 1919 को पश्चिमी भारत के गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर में हुआ था।
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ISRO का गठन
INCOSPAR धीरे धीरे आगे बढ़ा, इसकी जिम्मेदारियां बढ़ी और 15 अगस्त, 1969 को इसे इसरो कर दिया गया।
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भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक
इसरो के पहले अध्यक्ष डॉ. विक्रम साराभाई थे, जिन्हें भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है।
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