Jul 7, 2023
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के रहने वाले बजरंग प्रसाद पिता का सपना पूरा करने के लिए यूपीएससी की तैयारी में जुटे थे लेकिन जमीन के विवाद में उनके पिता की हत्या हो गई।
Credit: Instagram
बजरंग प्रसाद के पिता ने सपना देखा था कि बेटा अधिकारी बने।
Credit: Instagram
इसके बाद उन्होंने पिता के कातिल दबंगों से बदला लेने के लिए यूपीएससी परीक्षा पास करने की ठानी और आईपीएस बनकर दम लिया।
Credit: Instagram
बजरंग प्रसाद साल 2019 में आईएएस बनने का ख्वाब लेकर दिल्ली तैयारी करने आए थे लेकिन एक साल बाद ही उनके पिता की हत्या ने बजरंग को भीतर तक हिला दिया।
Credit: Instagram
हालांकि परिवार ने उन्हें पिता के सपने का वास्ता दिया तो वह तैयारी में जुटे रहे। बजरंग प्रसाद ने कड़ी महंत के बाद यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में 454वीं रैंक हासिल की है।
Credit: Instagram
वह बस्ती जिले के धोबहट गांव के रहने वाले है। बजरंग प्रसाद के पिता किसान थे और मां धोबहट ग्राम पंचायत की ग्राम प्रधान हैं। बजरंग प्रसाद की शुरुआती पढ़ाई बस्ती के बहादुरपुर से हुई है।
Credit: Instagram
साल 2014 में लिटिल फ्लॉवर स्कूल से 10वीं और 2016 में उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी से 12वीं की। इन दोनों क्लास में वे जनपद टॉपर्स रहे।
Credit: Instagram
उन्होंने प्रयागराज विश्वविद्यालय से मैथ्स से एमएससी की, इसमें भी टॉप किया। इसके बाद वह दिल्ली आ गए और यूपीएससी की तैयारी करने लगे।
Credit: Instagram
बजरंग ने विकास दिव्यकीर्ति की दृष्टि कोचिंग में कोचिंग की थी। जिस वक्त वह आईपीएस बने, उनकी उम्र 23 साल थी।
Credit: Instagram
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स