​देश का पहला हिंदी अखबार, इंटरव्यू में पूछा जा चुका है सवाल​

नीलाक्ष सिंह

Sep 5, 2023

​भारत का पहले हिंदी अखबार का नाम​

अखबार आज भी अपनी विश्वसनीयता की वजह से देश के एक बड़े वर्ग को आकर्षित करता है। देश में सबसे ज्यादा हिंदी भाषा में निकलने वाले अखबार को पढ़ा जाता है।

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​ई-पेपर का आ गया विकल्प​

हालांकि अब जमाने के साथ टेक्नोलॉजी भी एडवांस्ड हो रही है, इसीलिए अब जिनके पास अखबार पढ़ने का समय नहीं है वे ई-पेपर पढ़ सकते है। आइये जानें देश का पहला हिंदी अखबार

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​भारत का सबसे पहला हिंदी अखबार​

भारत का पहला हिंदी अखबार उदन्त मार्तंड था, इसे 30 मई, 1826 को प्रकाशित किया गया था। यही कारण है कि भारत में 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाते हैं।

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​अंग्रेजी और बांग्ला भाषा का था बोलबाला​

उदन्त मार्तंड से पहले अंग्रेजी, उर्दू और बांग्ला भाषा के अखबारों का बोलबाला था।

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​देश का पहला हिंदी अखबार​

उदन्त मार्तंड की रीडर बहुत कम थे, लेकिन भारतीय इतिहास में पहली बार किसी हिंदी अखबार का प्रकाशन शुरू हुआ था।

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​साप्ताहिक था उदन्त मार्तंड​

देश का पहला हिंदी पेपर उदन्त मार्तंड रोजाना नहीं बल्कि साप्ताहिक था, यानी सप्ताह में एक दिन छपता था।

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​कोलकाता से हुआ प्रकाशित​

भारत का पहला हिंदी अखबार कोलकाता से प्रकाशित हुआ था। यह समाचार पत्र हर सप्ताह मंगलवार को प्रकाशित किया जाता था।

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​उदन्त मार्तंड के संपादक का नाम​

उदन्त मार्तंड का प्रकाशन जुगलकिशोर शुक्ल ने किया था, जो कि कानपुर के रहने वाले थे। वे खुद ही इस अखबार के संपादक भी थे।

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​कब बंद हुआ उदन्त मार्तंड​

पैसों की कमी के चलते 'उदन्त मार्तंड' का प्रकाशन बंद करना पड़ा। 4 दिसम्बर, 1826 को इसका प्रकाशन बंद किया गया था।

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