Sep 2, 2023
सावित्रीबाई फुले लक्ष्मी और खांडोजी नेवासे पाटिल की सबसे छोटी बेटी थीं। 9 साल की उम्र में सावित्रीबाई फुले की शादी ज्योतिराव फुले से हो गई थी।
Credit: twitter/canva
वे न सिर्फ देश की पहली शिक्षिका थीं बल्कि एक समाज सुधारक और कवियत्री भी थीं।
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सावित्रीबाई फुले ने जाति प्रथा के खिलाफ आवाज उठाई, वे कलम की सिपाही थीं उन्होंने दहेज और महिला सशक्तिकरण के लिए सामाजिक बुराइयों के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी।
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कम ही लोग जानते होंगे कि भारत की पहली महिला शिक्षिका एक समय अनपढ़ थीं, लेकिन उनके पति ने उनकी पढ़ाई लिखाई कराई।
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उन्होंने खुद को दो टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए रजिस्टर किया। सावित्रीबाई पहली भारतीय महिला टीचर और प्रिंसिपल बनीं।
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सावित्रीबाई फुले ने अपने पति के साथ मिलकर 1848 में भिडे वाडा में लड़कियों के लिए भारत का पहला स्कूल शुरू किया।
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सावित्रीबाई फुले ने अपने पति के साथ मिलकर विभिन्न जातियों के बच्चों के लिए 18 स्कूल खोले।
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1852 में ब्रिटिश सरकार ने फुले परिवार को शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया और सावित्रीबाई को सर्वश्रेष्ठ शिक्षिका का नाम दिया।
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1855 में, दंपति ने किसानों और मजदूरों के लिए एक रात्रि विद्यालय शुरू किया। Savitribai Phule का 10 मार्च, 1897 को ब्यूबोनिक प्लेग से लड़ते हुए निधन हो गया।
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