Sep 28, 2023
समर्पण और दृढ़ता जिसने दिखा ली, उसके लिए कोई भी मंजिल नामुमकिन नहीं है। कुछ ऐसी ही कहानी है आईएएस माधव भारद्वाज की।
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आईएएस माधव भारद्वाज मसूरी से हैं, वे शुरू से इंजीनियर बनना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने बी.टेक किया।
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इसके बाद आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए पूरा किया, और उन्हें माइक्रोसॉफ्ट में प्रोडक्ट मैनेजर की नौकरी मिल गई।
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यहां से उन्होंने मोटी कमाई करना शुरू किया, लेकिन COVID-19 महामारी और लॉकडाउन के दौरान माधव की नौकरी भी ज्यादातर लोगों की तरह प्रभावित हुई।
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घर से काम करते समय, माधव के मन में IAS अधिकारी बनने का विचार आया। उन्होंने अपना करियर बदलने का फैसला किया और यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए पूरे मन से तैयारी की।
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उन्होंने बहुत मेहनत की लेकिन अपने पहले प्रयास में वह तीन अंक से चूक गए, उन्होंने इस हार को एक चैलेंज के रूप में लिया और वे अपने मंजिल के प्रति अधिक दृढ़ हो गए।
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माधव ने अपने दूसरे प्रयास में प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू राउंड क्लियर किया। उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में अखिल भारतीय रैंक 536 हासिल की।
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यूपीएससी क्रैक करने के लिए माधव दिन में ऑफिस का काम करते और रात में चार से पांच घंटे पढ़ाई करते थे। वह छुट्टी के दिनों में 10-12 घंटे पढ़ाई भी करते थे।
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आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने आईएएस बनने का सपना पूरा किया।
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