May 16, 2024
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भारतीय रेलवे में DRM यानी डिवीजनल रेलवे मैनेजर का पद बहुत सम्मानजनक पद है। इनके अंडर में कई रेलवे स्टेशन आते हैं।
DRM यानी डिवीजनल रेलवे मैनेजर रेलवे का एक एडमिनिस्ट्रेटिव प्रमुख या एक्जीक्यूटिव ऑफिसर होता है। इनकी पोस्टिंग डिवीजन में होती है।
DRM बनने के लिए सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होना जरूरी है।
डीआरएम पद के लिए Indian Engineering Service या UPSC सिविल सर्विस परीक्षा पास करनी होती है।
रेलवे में 12-15 साल के अनुभव के बाद एडिशनल डिवीजनल रेलवे मैनेजर यानी ADRM पद मिलता है।
ADRM के पद पर 4 से 5 साल काम करने के बाद DRM यानी डिवीजनल रेलवे मैनेजर बनने के लिए योग्य हो जाते हैं।
अनुभव के आधार पर DRM की सैलरी 90000 रुपये से 1.2 लाख रुपये तक होती है। रेलवे में इस समय 70 डिवीजन हैं।
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