Jan 24, 2024
भारत में राजस्व प्रशासन के सर्वोच्च अधिकारी को जिला कलेक्टर के रूप में जाना जाता है।
Credit: Twitter/Istock
जिला कलेक्टर को जिला आयुक्त भी कहा जाता है।
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वह संभागीय आयुक्त और वित्तीय आयुक्त के माध्यम से सरकार के प्रति उत्तरदायी होता है।
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एक जिला कलेक्टर का कार्य भू राजस्व एकत्र करना व जिले में आदेश और कानून रखना व प्रशासन की निगरानी करना है।
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ऐसे में अक्सर युवाओं के मन में सवाल होत है कि जिला कलेक्टर कैसे बनते हैं।
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बता दें इस पद पर पहुंचने के लिए अभ्यर्थियों को UPSC के दौर से गुजरना होता है।
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संघ लोक सेवा आयोग देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है।
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इसके लिए अभ्यर्थियों को सबसे पहले प्रीलिम्स क्वालीफाई करना होता है। प्रीलिम्स में सफल होने वाले उम्मीदवारों के लिए मेन्स की परीक्षा आयोजित की जाती है। इसके बाद इंटरव्यू क्वालीफाई करना होता है।
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जिला कलेक्टर को सातवें वेतन आयोग के तहत सैलरी दी जाती है। इसके अलावा इन्हें केंद्र सरकार की ओर से घर, गाड़ी और सुरक्षा मुहैया करवाया जाता है।
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