May 9, 2023
एक टॉपर की सबसे बड़ी पहचान होती है कि वह कभी जीवन में सीखना बंद नहीं करता।
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सफलता पाने के लिए समय-समय पर अपनी आदतों में बदलाव भी करते रहना चाहिए।
अगर आप भी टॉपर बनना चाहते हैं तो संस्कृत के इस श्लोक में दिए गए गुणों को जरूर अपनाएं।
काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च।अल्पहारी गृह त्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं॥
विद्यार्थी को हमेशा कौवे की तरह होना चाहिए। उसे ज्ञान पाने के लिए हमेशा प्रयास करते रहना चाहिए।
जिस तरह बगुला पानी में एक पैर पर खड़े होकर अपने लक्ष्य पर नजर रखता है। ठीक उसी तरह एक विद्यार्थी का ध्यान भी सिर्फ अपने लक्ष्य पर होना चाहिए।
विद्यार्थी की नींद श्वान यानी कुत्ते की तरह होनी चाहिए। इसका आशय यह हुआ कि आलस्य में पड़कर गहरी नींद नहीं सोना चाहिए।
विद्यार्थी को अल्पहारी होना चाहिए क्योंकि ज्यादा भोजन करने से आलस्य घेरता है।
विद्यार्थी को अपने घर परिवार से मोह नहीं रखना चाहिए।
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